लॉकडाउन में न बाहर जाना घर में रह दिन रात बिताना। लॉकडाउन में न बाहर जाना घर में रह दिन रात बिताना।
बात समझने की है यारों बचपन ऐसा ही होता है। बात समझने की है यारों बचपन ऐसा ही होता है।
हाँ मैं इक औरत हूं, खतरों से घिरी हूं। हाँ मैं इक औरत हूं, खतरों से घिरी हूं।
तुझ पर गुमान है मेरा तू जीत कभी तू हार न मान। तुझ पर गुमान है मेरा तू जीत कभी तू हार न मान।
ईद के चाँद हो अपने ही घरवालों के लिए... ये उनकी खुशी है उनकी नज़र में रहो ईद के चाँद हो अपने ही घरवालों के लिए... ये उनकी खुशी है उनकी नज़र में रहो
खाना बनाओ, सुरक्षित रहो, घर से बाहर न जाओ। खाना बनाओ, सुरक्षित रहो, घर से बाहर न जाओ।